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महाकुम्भ 2025: त्रिवेणी संगम पर आस्था और मोक्ष का संगम

धर्मशास्त्रों के अनुसार, मानव जीवन के चार दिव्य पुरुषार्थ—अर्थ (समृद्धि), धर्म (धर्मिता), काम (इच्छा) और मोक्ष (मुक्ति)—को सर्वोत्तम उद्देश्य माना गया है। जन्म-मृत्यु के 84 लाख चक्रों को पार करने के बाद, एक दुर्लभ मानव शरीर प्राप्त होता है। इस शरीर के साथ, व्यक्ति प्रभु की भक्ति कर मोक्ष प्राप्त कर सकता है, और जन्म-मृत्यु …

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अन्नप्राशन शुभ मुहूर्त 2024

Every achievement that a child attains for the first time is truly precious for their parents. The introduction of the first solid food, or the transition from liquid to solid food, is always a celebration and this celebration is called Annprashan Sanskar. This is often done by checking for an auspicious time (Muhurat) based on …

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कालसर्प दोष कारण और निवारण

कालसर्प दोष व्यक्ति की कुंडली में एक ऐसा दोष है जो विशेषत: बनते हुए कामों में रुकावट पैदा करता है, ऐसे में कई बार व्यक्ति ख़ुद से यह सवाल करता है की मेरी ही कुंडली में ऐसा क्या खोट है जो निरंतर मेहनत के बावजूद भी मुझे कार्य में सफलता नहीं मिल पा रही है …

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पितृदोष निवारण के लिए सही अवसर है श्राद्ध पक्ष

हिंदू शास्त्रों में कहा गया है कि जो स्वजन अपने शरीर को छोड़कर चले गए हैं चाहे वे किसी भी रूप में अथवा किसी भी लोक में हों, उनकी तृप्ति और उन्नति के लिए श्रद्धा के साथ जो शुभ संकल्प और तर्पण किया जाता है उसे श्राद्ध कहते हैं। ‘श्रद्धा’ से ही श्राद्ध शब्द की …

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कुंडली के ये ग्रह बनते है विवाह विच्छेद के कारक   

एक व्यक्ति के जन्म के साथ ही उसके जन्म नक्षत्रों, ग्रहो और योगों की स्थिति के आधार पर उसकी कुंडली बन जाती है जिससे उसके करियर, व्यापार, नौकरी, वैवाहिक जीवन और भविष्य में उतार-चढ़ाव आदि के बारे में पता चलता है। सनातन धर्म में जन्म से मृत्यु तक 16 संस्कार बताए गए है जिसमे सबसे …

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