गणतंत्र दिवस 2024 : ज्योतिष अनुसार कैसा रहेगा भारत के लिए यह साल?

आने वाली 26 जनवरी को हम भारत का 75वां गणतंत्र दिवस मनाएंगे, इस उपलक्ष में जानते है कि साल 2024 भारतवर्ष के लिए ज्योतिष दृष्टिकोण से कैसा रहेगा परन्तु इससे पहले यह जानना जरूरी है की जिस प्रकार किसी मकान के बारे में जानने के लिए उसके स्वामी की कुंडली देखना जरुरी होता है ठीक उसी प्रकार किसी देश के बारे में जानने के लिए उस देश के प्रधानमंत्री या शासक की कुंडली देखना आवश्यक होता हैं। अब बात अगर भारत देश की करी जाए तो भारत का जन्म 15 अगस्त 1947 की मध्यरात्रि को माना जाता है हालाँकि, मैं इस कथन से सहमत नहीं हूँ क्योकि भारत का अस्तित्व युगो-युगो से हैं। परन्तु प्रचलन अनुसार स्वतंत्र भारत की कुंडली 15 अगस्त 1947 ही मानी जाती हैं इसलिए उसी मान्यता अनुसार जानते है कि इस गणतंत्र दिवस से भारत के लिए वर्ष 2024 कैसे रहने वाला हैं।

स्वतंत्र भारत की कुंडली “वृषभ लग्न” और “कर्क राशि” की है। लग्न और लग्नेश की चर्चा करे तो वृषभ लग्न मे राहु विराजमान है और लग्नेश शुक्र है। ज्योतिष मे शुक्र गृह को कला, सौन्दर्य, रचना और संगीत का कारक माना जाता है, यही कारण है कि भारत की वास्तुकला का विश्वस्तर पर बोलबाला है, परंतु लग्न का राहू हमेशा देश मे राजनीति उठापटक रखता है साथ ही यह इस बात का भी सूचक है कि सम्पूर्ण भारत वर्ष में कभी भी किसी एक पार्टी का शासन नहीं होगा।

ग्रह गोचर अनुसार यह साल बहुत विशेष रहेगा क्योंकि तीन बड़े ग्रह शनि, राहु और केतु इस साल राशि नहीं बदलेंगे जबकि  गुरु ग्रह का राशि परिवर्तन मई में होगा। वर्तमान में हिन्दू सम्वंत 2080 चल रहा है परन्तु 9 अप्रैल 2024 से विक्रम संवत 2081 प्रारंभ हो जाएगा, जिसका नाम ‘क्रोधी’ होगा और जिसका राजा मंगल और मंत्री शनि होगा।

मौसम और प्राकृतिक प्रकोप 

इस वर्ष भारत में अल्पवृष्टि के योग हैं परिणामस्वरूप कुछ स्थानों पर तो अच्छी वर्षा हो सकती है परन्तु कहीं-कहीं सूखे की समस्याओ का सामना करना पड़ेगा। असामान्य जलवायु के कारण इसका सीधा असर स्वास्थ्य पर हो सकता है और साथ ही भारत में राहु, मंगल, शनि, और सूर्य के कारण प्राकृतिक प्रकोप बढ़ सकते हैं। तूफान, चक्रवात, भूकंप, और बाढ़ की संभावना है, जिससे लोगों को सतर्क रहना होगा। इस बार भूकंप और चक्रवात के कारण जानमाल का ज्यादा खतरा हो सकता है, और इस पर ध्यान देना जरूरी है।

रोग 

भारत में नया रोग या कोई नई महामारी के आने के योग भी बन रहे हैं। केतु के कारण वायरल संक्रमण होने की संभावना है जिसके चलते लोगों में बेचैनी रहेगी और मानसिक तनाव बढ़ सकता है इसलिए यह सलाह दी जाती है कि लोगों को अभी से ही अपनी सेहत का ध्यान रखने के लिए योग करना चाहिए। 

राजनितिक एवं सीमा समस्याएं 

राहु और शनि की स्थिति के कारण भारतीय सीमाओं पर तनाव बढ़ सकता हैं परन्तु देश की सैन्य शक्ति और प्रबल होगी जिससे देश में कोई खतरा नहीं होगा और पड़ोसी देशों पर भारत का प्रभाव भी बढ़ेगा।

इस वर्ष देश में लोकसभा चुनाव और 6 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं हालाँकि देश में सत्ता परिवर्तन की संभावना बनती नहीं दिख रही है परन्तु विधानसभा चुनाव में राजनैतिक उथल-पुथल हो सकती हैं और विपक्षी दल और मज़बूती के साथ उभर कर सामने आयेगा, जिससे देश में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ सकती है।

वर्ष के मध्य में, भारत की पश्चिमी और पूर्वी सीमा पर तनाव अपेक्षित है और चरम पर पहुंच सकता है। देश पर बड़ा हमला होने की संभावना है, और साथ ही अप्रैल, मई, जून, जुलाई और अगस्त के महीने भारत के लिए कठिन रहेंगे। 

अर्थव्यवस्था

इस वर्ष महंगाई बढ़ने की संभावना है, रियल स्टेट में तेजी आएगी, शेयर बाजार नई ऊंचाईयों को छुएगा और साथ ही साथ वैश्विक स्तर पर देश की अर्थव्यवस्था में भी सुधार दिखेगा।  सोने की कीमतों में कुछ खास वृद्धि की उम्मीद नहीं है और साथ ही साथ पैट्रोल के भाव भी गिरते नज़र आएंगे। मई 2024 के बाद बृहस्पति ग्रह भारत वर्ष की कुंडली के लग्न भाव में आ जाएंगे जिससे भारत के अन्य देशो के साथ वैश्विक सम्बन्ध अच्छे होंगे और भारतीय अर्थव्यवस्था विश्व स्तर पर और मज़बूत होगी।

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